सोमवार, 9 अक्तूबर 2017

गांव सिमला जिला कैथल में एक दलित लड़के 15 वर्षिय अमरीक उर्फ विजय को मोटर साईकिल से कुचल कर मौत के घाट उतारा । एक अन्य दलित लड़का सागर गंभीर रूप से घायल । दोषियों की फर्जी शिकायत पर कलायत पुलिस ने सड़क दुर्घटना में मौत का मुकदमा दर्ज किया ।


15 YEARS OLD DALIT BOY
 AMRIK
 
12 सितम्बर 2017 की शाम को अमरीक अपने उच्च जाति के दोस्तों के साथ सड़क पर घुमने निकला था । एक और दलित लड़का सागर भी इसके साथ था । ये चार पांच लोग राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांव बिधराना की दिशा में जाकर बैठ गए । वहां सबने मिलकर पर शराब पी । इसी दौरान शराब के नशे में इनकी मामूली सी बात पर कहासूनी हो गई । अगड़ी जाति के देवेन्द्र पुत्र शिशपाल ने  दोनों दलित लड़कों के साथ गाली-गलोच करना शुरू कर दिया । वह अपने  एक अन्य साथी को मोटर साईकिल से गांव छोड़ने चला गया । अमरीक, सागर व दीपक अभी भी वहीं बैठे रहे । देवेन्द्र जब वापस आया तो उसने अपनी तेज रफ्तार मोटर साईकिल वहां पर बैठे अमरीक, सागर और दीपक पर चढ़ा दी । जिसके कारण अमरीक ने तो वहीं दम तोड़ दिया । राजमार्ग पर जा रहे किसी वाहन से उनको नरवाना सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया । जहां डॉक्टरों ने अमरीक को मृत घोषित कर दिया ।
मोटर साईकिल के मालिक दीपक की शिकायत पर कलायत पुलिस थाना में एफआईआर नम्बर 210/2017 सड़क दुर्घटना का मुकदमा दर्ज करवा दिया गया । दलित लड़के को मारने वाला देवेन्द्र वहीं खेतों में छूप गया । दलितों का आरोप है कि उक्त थाना में गांव सिमला का ही एक पुलिसकर्मी है जोकि उच्च जाति से संबंध रखता है, उसने ही हत्या के इस मामले को सड़क-दुर्घटना का मामला बनाने में अहम भूमिका निभाई है । दोषी देवेन्द्र का मामा भी क्षेत्र का एक प्रभावशाली आदमी है । 50 वर्षिय दलित राजबीर ने बताया कि जब घटना की जानकारी मिलने पर वे सिविल अस्पताल नरवाना पंहुचे तो उस समय तक मृतक का पोस्ट-मार्टम भी कर दिया था । अस्पताल में गांव के लगभग 50 लोग थे । मृतक का शव पैक कर रखा था । गांव के चौधरियों के यह कहने पर कि दोषियों के खिलाफ कानूनी कारवाई करवाई जाएगी, दलितों ने अमरीक का दहा-संस्कार कर दिया ।
इस वारदात में घायल सागर ने बताया कि एक छोटी सी बात पर देवेन्द्र आग बबूला हो गया था , वह अमरीक और उसको जाति-सूचक गालियां देने लगा था । जब वह एक अन्य मित्र को गांव में छोड़ने गया था तो वह हमें जान से मारने की धमकी देकर गया था । सागर ने बताया कि उन्हें अंदाजा नहीं था कि वह सचमुच ऐसा ही कर भी देगा । उसने वापस आकर अंधाधुंध मोटर साईकिल हम तीनों के ऊपर चढा दी । हम तीनों एक लाईन में सड़क के किनारे लेटे हुए थे । सागर ने कहा कि सबसे पहले अमरीक था, उसके बाद वह खुद और बाद में दीपक था । देवेंद्र ने हमें मारने के इरादे से हमारे ऊपर मोटर साईकिल चढाई थी ।

राजबीर ने बताया कि वे दो बार पुलिस अधिकारियों से मिल चुके हैं । हमने पुलिस की कहानी को मनघड़ंत बताया है । यह कोई सड़क-दुर्घटना का मामला नहीं बल्कि अमरीक पर हत्या करने के मकसद से मोटर साईकिल चढ़ाई गई थी । डीएसपी कलायत ने यह मुकदमा जांच के लिए सीआईए पुलिस को सौंप दिया है और सीआईए के अधिकारी कह रहे हैं कि इस मामले में शुक्रवार तक जांच पूरी हो जाएगी ।

इस वारदात में घायल सागर ने बताया कि एक छोटी सी बात पर देवेन्द्र आग बबूला हो गया था , वह अमरीक और उसको जाति-सूचक गालियां देने लगा था ।