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15 YEARS OLD DALIT BOY AMRIK |
मोटर साईकिल के मालिक
दीपक की शिकायत पर कलायत पुलिस थाना में एफआईआर नम्बर 210/2017 सड़क दुर्घटना का मुकदमा दर्ज करवा दिया गया । दलित लड़के को मारने वाला
देवेन्द्र वहीं खेतों में छूप गया । दलितों का आरोप है कि उक्त थाना में गांव
सिमला का ही एक पुलिसकर्मी है जोकि उच्च जाति से संबंध रखता है, उसने ही हत्या के इस मामले को सड़क-दुर्घटना का मामला बनाने में अहम भूमिका
निभाई है । दोषी देवेन्द्र का मामा भी क्षेत्र का एक प्रभावशाली आदमी है । 50 वर्षिय दलित राजबीर ने बताया कि जब घटना की जानकारी मिलने
पर वे सिविल अस्पताल नरवाना पंहुचे तो उस समय तक मृतक का पोस्ट-मार्टम भी कर दिया
था । अस्पताल में गांव के लगभग 50 लोग थे । मृतक का शव पैक कर रखा था । गांव
के चौधरियों के यह कहने पर कि दोषियों के खिलाफ कानूनी कारवाई करवाई जाएगी, दलितों ने अमरीक का दहा-संस्कार कर दिया ।
इस वारदात में घायल
सागर ने बताया कि एक छोटी सी बात पर देवेन्द्र आग बबूला हो गया था , वह अमरीक और उसको जाति-सूचक गालियां देने लगा था । जब वह एक
अन्य मित्र को गांव में छोड़ने गया था तो वह हमें जान से मारने की धमकी देकर गया
था । सागर ने बताया कि उन्हें अंदाजा नहीं था कि वह सचमुच ऐसा ही कर भी देगा ।
उसने वापस आकर अंधाधुंध मोटर साईकिल हम तीनों के ऊपर चढा दी । हम तीनों एक लाईन
में सड़क के किनारे लेटे हुए थे । सागर ने कहा कि सबसे पहले अमरीक था, उसके बाद वह खुद और बाद में दीपक था । देवेंद्र ने हमें मारने के इरादे से
हमारे ऊपर मोटर साईकिल चढाई थी ।
राजबीर ने बताया कि वे
दो बार पुलिस अधिकारियों से मिल चुके हैं । हमने पुलिस की कहानी को मनघड़ंत बताया
है । यह कोई सड़क-दुर्घटना का मामला नहीं बल्कि अमरीक पर हत्या करने के मकसद से
मोटर साईकिल चढ़ाई गई थी । डीएसपी कलायत ने यह मुकदमा जांच के लिए सीआईए पुलिस को
सौंप दिया है और सीआईए के अधिकारी कह रहे हैं कि इस मामले में शुक्रवार तक जांच
पूरी हो जाएगी ।
इस वारदात में घायल सागर ने बताया कि एक छोटी सी बात पर देवेन्द्र आग बबूला हो गया था , वह अमरीक और उसको जाति-सूचक गालियां देने लगा था ।
इस वारदात में घायल सागर ने बताया कि एक छोटी सी बात पर देवेन्द्र आग बबूला हो गया था , वह अमरीक और उसको जाति-सूचक गालियां देने लगा था ।
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