बुधवार, 10 मई 2017

बालू के दलितों का जिला सचिवालय पर प्रदर्शन । सरपंच की गिरफ्तारी व डीएसपी को मुकदमा से हटाने की मांग ।




10 मई 2017 । कैथल । बालू गांव में मई महिना की पहली तारिख को घटित दलित उत्पीड़न की घटना में आरोपी सरपंच व अन्य 80-90 हमलावरों की गिरफ्रतारी के लिए बालू गांव के लोग विभिन्न जन संगठनों के नेतृत्व में स्थानीय जवाहर पार्क में जमा हुए । कामरेड फूल सिहं की अध्यक्ष्ता में  जन संघर्ष मंच हरियाणा नौजवान भारत सभा युथ फोर चेंज  बहुजन स्टृडेंट वेलफेयर संगठन तथा डीएएसएफआई आदि संगठनों के कार्यकर्ता एवं सैंकड़ो दलित नौजवान जवाहर पार्क से पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक नारेबाजी करते हुए आए । सैकड़ों की संख्या में युवक सरपंच रमेश कुमार को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे ।


Protesting Activists 

 जन संघर्ष मंच के अध्यक्ष कामरेड फूल सिहं ने रोष प्रदर्शन को संबोधित करते हुए बताया कि दस दिन बीत जाने के बाद भी दोषी सरपंच को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया गया है । पुलिस दलित बस्ती पर हमला करने वालों का बचाव कर रही है । खुद मुकदमा के जांच अधिकारी डीएसपी सतीश गौतम दलित समुदाय पर राजीनामा करने का दबाव बना रहा है । दलित परिवार पलायन करने को मजबूर है । नौजवान भारत सभा की तरफ से आए वक्ता श्री अजय कुमार ने बताया कि दलित समाज को बाकि मेहनतकश जनता के साथ मिलकर जाति-प्रथा के समूल खात्में की लड़ाई लड़नी होगी । आल हरियाणा अनुसूचित जाति कर्मचारी संघ के नेता श्री राजेश सिहंमार ने भी बालू गांव में घटित दलित उत्पीड़न की घटना की निंदा की व अपना हार्दिक समर्थन प्रकट किया । इसके साथ ही कर्मचारी सघं के दलबीर राठी सुरेश द्राविड़ तथा अन्य गणमान्य लोगों ने भी दलित समाज के प्रदर्शन का समर्थन किया । एसपी कैथल प्रदर्शनकारियों से मिलने नहीं आए । कोई अन्य अधिकारी एसपी की गैर हाजिरी में ज्ञापन व मांग पत्र प्रदर्शनकारियों से लेना चाहता था जिसका सभी प्रदर्शनकारियों ने  विरोध किया । बाद में प्रदर्शकारी उपायुक्त कैथल को ज्ञापन देने पर सहमत हुए । कामरेड फूल सिहं ने ज्ञापन उपायुक्त को पढ़ कर सुनाया । तथा बालू दलित उत्पीड़न केस के आईओ डीएसपी सतीश गौतम को हटाने की मांग की । बालू से आए दलितों ने आरोप लगाया कि डीएसपी डरा धमका कर समझौता करने का दबाव का बना रहा है । उपायुक्त कैथल ने दो दिन के अन्दर सभी मांगों पर उचित कारवाई करने का आश्वासन दिया तथा सामाजिक बहिष्कार व दलितों के भय के कारण गांव से पलायन करने की घटनाओं की जांच करवाने की बात कही ।


वक्ताओं ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि जल्दी से जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार नही किया गया तो विभिन्न जनसंगठन इस लड़ाई को और ज्यादा तेज करने पर बाध्य हो होगें जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला पुलिस व प्रशासन की होगी । इस सारे घटनाक्रम को एससी एसटी कमीशन के संज्ञान में भी लाया जाएगा ।

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